Karak MCQ in Hindi कारक प्रश्न यहाँ अभ्यास करे.
कारक Hindi MCQ
Karak ka Introduction | कारक का परिचय
कारक हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। कारक का अर्थ है – संज्ञा या सर्वनाम का क्रिया के साथ संबंध। सरल शब्दों में, वाक्य में किसका किससे और कैसे संबंध है, यह कारक बताता है।
उदाहरण: राम ने किताब पढ़ी।
यहां “राम” और “पढ़ी” के बीच संबंध “ने” (कर्ता कारक) के द्वारा स्थापित हो रहा है।

Karak ke Prakar | कारक के प्रकार
हिंदी व्याकरण में कुल 8 कारक माने गए हैं:
- कर्ता कारक – जो काम करता है (राम ने फल खाया)।
- कर्म कारक – जिस पर काम होता है (राम ने फल खाया)।
- करण कारक – जिसके द्वारा काम होता है (राम ने चाकू से फल काटा)।
- सम्प्रदान कारक – जिसके लिए काम होता है (राम ने मोहन को किताब दी)।
- अपादान कारक – जिससे अलग होना (राम गाँव से आया)।
- संबंध कारक – जिसका संबंध बताता है (राम का घर)।
- अधिकरण कारक – जहाँ पर कार्य हो (राम कक्षा में बैठा)।
- संप्रदान कारक – प्राप्तकर्ता का बोध कराता है।
Competitive Exams me Karak | प्रतियोगी परीक्षाओं में कारक
Competitive exams jaise CTET, UPTET, REET, SSC, Railway, Banking, UPSC, State PSC में कारक से जुड़े MCQ questions बार-बार पूछे जाते हैं।
इनमें से अक्सर सवाल पूछे जाते हैं:
- किस वाक्य में कौन-सा कारक है?
- दिए गए शब्द का कारक पहचानना।
- कारक चिह्नों पर आधारित प्रश्न।
Karak MCQ Practice | कारक प्रश्नोत्तरी अभ्यास
इस सेक्शन में आपको Karak related MCQ questions मिलेंगे। ये आपकी competitive exams की तैयारी में मदद करेंगे।
Conclusion | निष्कर्ष
कारक हिंदी व्याकरण की नींव है। यह वाक्यों को स्पष्ट और सही अर्थ प्रदान करता है। Competitive exams की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए Karak MCQ practice करना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे न केवल grammar strong होती है बल्कि exam me easy marks भी मिलते हैं।